
आरओ-एआरओ परीक्षा के पेपर लीक करने वाले गिरोह के सरगना समेत दो लोगों को एसटीएफ लखनऊ ने गिरफ्तार किया है। गिरोह के तीन सदस्य पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर आउट करने के मामले में कौशाम्बी के सदर कोतवाली इलाके में पहले पकड़े जा चुके हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ लिखापढ़ी कर चालान न्यायालय भेजा, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।पुलिस भर्ती परीक्षा के पहले 15 फरवरी को सदर कोतवाली के ओसा गांव के समीप पुलिस ने मऊ जिले के रानीगंज कोतवाली इलाके के बभनपुरवा निवासी आयुष पांडेय, गोपीगंज कोतवाली के जोगीनापुर निवासी पुनीत सिंह व हरखपुर निवासी नवीन सिंह को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से 18 प्रवेश पत्र, मार्कशीट, दो कूटरचित दस्तावेज सहित अन्य प्रतिबंधित समान बरामद हुआ था। यह लोग 17 फरवरी से शुरू हो रही पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने आए थे।
अन्य जनपदों में भी ऐसे मामले प्रकाश में आने पर प्रदेश सरकार ने प्रकरण की जांच लखनऊ एसटीएफ को सौंप दी। एसटीएफ ने अरुण कुमार सिंह निवासी खरगापुर, प्लाट नं. 246 एबी, थाना गोमतीनगर, विस्तार, लखनऊ (मूल पता ग्राम गोपालपुर, थाना अंतू जनपद प्रतापगढ़) व सौरभ शुक्ला निवासी एल-1/75 सेक्टर-एफ, थाना आशियाना लखनऊ ( मूल पता ग्राम शिवचरण का पुरवा मजरा नरियावा, थाना महेशगंज, प्रतापगढ़) को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों के पास से चार मोबाइल, एक डोगल, एक कार व 14 हजार चार सौ रुपया बरामद हुआ है। इसके अलावा समीक्षा अधिकारी वर्ष 2023 के परीक्षा की प्रारंभिक प्रश्न पुस्तिका बरामद हुई है। एसटीएफ के सीओ लाल प्रताप सिंह ने बताया कि अरुण प्रताप सिंह ने आरओ-एआरओ की परीक्षा शुरू होने से पहले कई लोगों को हल प्रश्नपत्र व्हाट्सएप के जरिए भेजा था। पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में इनकी संलिप्ता मिली।
मंझनपुर कोतवाली में साल्वर गैंग के लोग पहले ही पकड़े जा चुके हैं। एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने दो लोगों को गिरफ्तार कर जिला पुलिस के सिपुर्द किया है। सदर कोतवाली में पूर्व दर्ज मुकदमे की विवेचना में उनका नाम शामिल कर कार्रवाई की जाएगी।